शायद मेरा आंसू भरा दुख तुम्हारे लिए
शायद मेरी उदास रात का गीत तुम्हारे लिए
ख़ामोश आसमा दर्द से नीला हुआ
गूंगे शब्दों शब्दों से मिला हुआ
दिल में तकलीफ की रैली निकला हुआ
अधूरी कहानी छुपाये रख्खा तुम्हारे लिए
शायद मेरी उदास रात का गीत तुम्हारे लिए
भूले गम का स्वाद लिए मैं चलता रहा
पूनम की रात में अकेला मैं जलता रहा
अँधेरी छत पर यादे छुपाये बैठा रहा
बेवफा आंसू मे नहलाया तुम्हारे लिए
शायद मेरी उदास रात का गीत तुम्हारे लिए
अनकही शब्दों मे एक कहानी छुपि थी
अनजाने आँसू मे एक परेशानी डूबी थी
एक उम्मीद फिर भी दिल मे रुकी थी
पर कोशिश न कर पाया खुद अपने लिए
शायद मेरी उदास रात का गीत तुम्हारे लिय
কোন মন্তব্য নেই:
একটি মন্তব্য পোস্ট করুন